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प्रेरणदायी..

देणाऱ्याने देत जावे घेणाऱ्याने घेत जावे घेणाऱ्याने घेता घेता देणाऱ्याचे हात घ्यावे.- वि. दा.करंदीकर

सर्व शिक्षक ,विदयार्थी ,पालक यांचे माझ्या शैक्षणिक ब्लॉगवर हार्दिक स्वागत...!

Monday, March 29, 2021

समानार्थी शब्द

 

💢समानार्थी शब्द💢

 

अभिनेता = नट

अपराध  = गुन्हा

अत्याचार = अन्याय , जुलूम

अचल = स्थिर , शांत , पर्वत

अमृत = पीयूष , सुधा , संजीवनी

अवचित = एकदम , अचानक

अवर्षण = दुष्काळ

अविरत = सतत , अखंड

अनर्थ = अरिष्ट , संकट

अरण्य = रान , वन , कानन ,विपिन ,जंगल

अहंकार = गर्व , घमंड

आई = माता , जननी ,माउली , माय , मातोश्री , जन्मदात्री

आरसा = दर्पण

आकाश = गगन , नभ , अंबर , व्योम , खग , आभाळ

आयुष्य = जीवन

आनंद = हर्ष ,मोद , तोष , आमोद

आश्चर्य = नवल , अचंबा

आज्ञा = आदेश , हुकुम

आपत्ती = संकट

आसन = बैठक

आस = इच्छा , मनीषा

आसक्ती = लोभ , हव्यास

अंग = शरीर , तनु , काया , देह

अंतिम = शेवट , अखेर

अंतरीक्ष = अवकाश

इहलोक = मृत्यूलोक

इशारा = सूचना , खूण

इंद्र = सुरेंद्र , देवेंद्र

उणीव = कमतरता , न्यून , न्यूनता

उपवन = बगीचा , बाग , उद्यान , वाटिका

उदर = पोट

उदास = खिन्न , दु:खी

उत्कर्ष = भरभराट

उपद्रव = त्रास , छळ

उर्जा = शक्ती

एकजूट = एकी , ऐक्य , एकता

ऐश्वर्य = श्रीमंती , वैभव

कष्ट = श्रम , मेहनत

करमणूक = मनोरंजन

कट = कारस्थान

कटी = कंबर

कठोर = निर्दय , निष्ठुर

कनक = सोने , कांचन , हेम , सुवर्ण

कमळ = पंकज , अंबुज , राजीव ,पुष्कर , सरोज , कुमुदिनी

कपाळ = ललाट , भाल , मस्तक

काठ = तीर , किनारा , तट

कान = कर्ण , श्रवन , श्रोत्र

कावळा = काक , एकाक्ष , वायस

काष्ठ = लाकूड

किल्ला = गड , तट , दुर्ग

किमया = जादू , चमत्कार

कुटी = झोपडी

कृपण = कंजूष , चिकू

कृश = हडकुळा

खडक = खूप मोठा दगड , पाषाण

खटाटोप = मेहनत , धडपड

खग = पक्षी ,विहग , अंडज , द्विज

खडग = तलवार

खेडे = गरम , गाव

खंत = खेद , दुखः

ख्याती = प्रसिद्धी , कीर्ती

गवई = गायक

ग्रंथ = पुस्तक

गनीम = शत्रू , अरी

गणपती = गजानन , लंबोदर , विनायक , एकदंत , गौरीसुत , प्रथमेश ,

        गणनायक , गणराज , अमेय , गजवदन , गौरीनंदन , विघ्नहर्ता

गरुड = खगेंद्र , द्विजराज , वैनतेय

गृहिणी = घरधनीन

गाणे = गीत

गाय = धेनु , गो , गोमाता

गोष्ट = कथा , कहाणी

गौरव = सत्कार

गंध = परिमळ , वास

घर = सदन , गृह , निवास , भवन , गेह , आलय , निकेतन

घोडा = ह्य , अश्व , तुरग , वारू

चेहरा = तोंड , मुख , वदन , आनन

चौफेर = चहूकडे , सर्वत्र , भोवताली

चंद्र = रजनीनाथ , शशांक , शनी , सोम , निशानाथ , इंदू , सुधांशू , सुधाकर

चांदणे = कौमुदी , ज्योत्स्ना , चंद्रिका

छडा = शोध , तपास

छिद्र = भोक

छंद = नाद , आवड

जरा = म्हातारपण

जयघोष = जयजयकार

जिन्नस = पदार्थ

जिव्हाळा = प्रेम , माया , ममता

जीर्ण = जुने

जेष्ठ = मोठा , वरिष्ठ

झाड = वृक्ष , तरु , पादप , द्रुम

झुंबड = गर्दी , रीघ , थवा

झुंज = लढा , संग्राम , संघर्ष

झेंडा = ध्वज , निशाण , पताका

झोका = हिंदोळा

टंचाई = कमतरता

ठसा = खूण

ठग = लुटारू

ठक = लबाड

ठेकेदार = कंत्राटदार , मक्तेदार

डोके = मस्तक , शिर , माथा

डोंगर = पर्वत , नग , शैल , अचल

डोळे = चक्षु , अक्ष , नयन , नेत्र , लोचन

ढग = मेघ , जलद , अभ्र , अंबुद , पयोद

ढीग = रास

तलाव = कासार , सारस , तटाक , तळे

तरुण = जवान , युवक

तारे = तारका , चांदण्या , नक्षत्रे

तारू = जहाज , गलबत

तिमिर = अंधार , काळोख

तृषा = तहान , लालसा

तृण = गवत

तुरुंग = कारागृह , कैदखाना

थंड = शीतल , शीत , गार

थवा = समुदाय , घोळका , गट , चमू , जमाव

दंत = दात

दंडवत = नमस्कार

दास = नोकर , चाकर

दारा = बायको , पत्नी

दानव = राक्षस , दैत्य , असुर

दागिना = अलंकार , भूषण 

दिन = दिवस , वासर , अह

दीन = गरीब

दुजा = दुसरा

दुनिया = जग

दुर्दशा = दुरवस्था , दुस्थिती

दुर्धर = कठीण , गहन

देव = सूर , ईश्वर , ईश , परमेश

दैन्य = दारिद्र्य

धरती = धरणी , पृथ्वी , वसुंधरा , वसुधा , भूमी , धरित्री , अवनी , रसा

धनुष्य = चाप , कोंदड , धनु , तीरकमठा

धन = पैसा , संपत्ती , द्रव्य , वित्त , संपदा

नगर = शहर , पूर , पुरी

नजराणा = भेट , उपहार

नवनीत = लोणी

नदी = सरिता , तटिनी , जीवनदायिनी

नृप = राजा , भूप , भूपती , भूपाळ , नरेश , महिपती

नाथ = धनी , स्वामी

नारळ = श्रीफळ , नारिकेल

निर्जन = ओसाड

निर्झर = झरा

निर्मळ = स्वच्छ

नीच = अधम , चांडाळ

नेता = नायक ,पुढारी

नौदल = आरमार

पशू = प्राणी , जनावर , श्वापद

पती = नवरा , भ्रतार

पर्वत = नग , अद्री , गिरी , अचल ,शैल

परिमल = सुवास , सुगंध

पाणी = जल , पय , उदक , वारी , नीर , सलील , जीवन

पारंगत = निपुण ,तरबेज

पान = पर्ण ,पत्र , पल्लव

पोपट = राघू ,रावा , शुक , कीर

पंक्ती = रांग , ओळ , पंगत

पंडित = शास्त्री , विद्वान , बुद्धिमान

प्रकाश = उजेड , तेज

प्रजा = लोक , रयत , जनता

प्रपंच = संसार

प्रतिक = चिन्ह , खूण

प्रताप = पराक्रम , शौर्य

प्राचीन = पूर्वीचा , पुरातन , जुनाट

प्रात:काळ = सकाळ , उषा , पहाट

प्रेम = माया , लोभ , स्नेह

फूल = पुष्प , सुमन , कुसुम ,सुम

बहर = हंगाम , सुगी

बक = बगळा

बाप = वडील , पिता , जनक ,जन्मदाता , तात

बैल = वृषभ , पोळ , खोंड

बंधन = मर्यादा , निर्बंध

बंधू = भाऊ , भ्राता

ब्रीद = बाणा , प्रतिज्ञा

भगिनी = बहिण

भरवसा = विश्वास ,खात्री

भार = ओझे

भान = शुद्ध , जागृती

भाऊबंद = नातेवाईक ,आप्त , सगेसोयरे

भुंगा = भ्रमर , भृंग , अली ,मिलिंद

भू = जमीन , धरा , भूमी , धरणी , धरित्री

भेद = फरक , भिन्नता

भेकड = भित्रा , भ्याड , भीरु

भेद = फरक , भिन्नता

भेकड = भित्रा , भ्याड , भीरु

महिमा = थोरवी ,मोठेपणा ,माहात्म्य

मनसुबा = बेत , विचार 

मकरंद = मध

मलूल = निस्तेज

मंदिर = देऊळ , देवालय

मयूर = मोर

मत्सर = द्वेष ,हेवा

मार्ग = रस्ता , वाट , पथ , सडक

मानव = मनुष्य , माणूस , नर ,मनुज

मासा = मीन , मत्स्य

मित्र = दोस्त , सवंगडी ,साथीदार ,सोबती ,स्नेही

मुलगा = सुत , पुत्र , तनय , नंदन ,लेक ,आत्मज

मुलगी = तनया ,दुहिता , कन्या ,तनुजा , लेक , सुता , पुत्री , आत्मजा

मूषक = उंदीर

मेष = मेंढा

मौज = गंमत , मजा

मंगल = पवित्र

याचक = भिकारी

यातना = दुखः , वेदना

रात्र = रजनी , यामिनी , निशा , रात

रुक्ष = कोरडे , निरस

रंक = गरीब

लढा = लढाई , संघर्ष

लाज = शरम , भीड

लावण्य = सौंदर्य

वर = नवरा , पती , भ्रतार

वंदन = नमस्कार , प्रणाम , नमन ,अभिवादन , प्रणिपात

वर्षा =पाउस , पावसाळा

वचक = धाक ,दरारा

वत्स = वासरू , बालक

वारा = वायू , वात , अनिल , मरुत, पवन , समीर

वासना = इच्छा

वायदा = करार

विलंब = उशीर

विमल = निष्कलंक , निर्मळ

विवंचना = काळजी , चिंता

विद्रूप = कुरूप

विस्तृत = विशाल , विस्तीर्ण

विस्मय = आश्चर्य ,नवल

वीज = चपला , चंचला , तडीता , बिजली , सौदामिनी , विद्युत , विद्युलता

वेश = पोशाख

व्यथा = दुखः

व्रण = खूण , क्षत

व्याकूळ = दुःखी , कासावीस

शव = प्रेत

शक्ती = बळ , जोर , ताकत , सामर्थ्य , उर्जा 

शर = बाण , तीर ,सायक

शत्रू = अरी , रिपू , वैरी

शेज = बिछाना , अंथरूण , शय्या

शिकारी = पारधी

शिक्षक = गुरुजी , गुरु , मास्तर

शीण = थकवा

सज्जन = संत

समुद्र = सागर , सिंधू ,रत्नाकर , जलधी , पयोधी , जलनिधी

साप = सर्प , भुजंग , अही

संहार = नाश , विनाश , सर्वनाश , विध्वंस

स्वच्छ = नीटनेटका ,निर्मळ , साफ

स्तुती = प्रशंसा , कौतुक  

साथ = सोबत , संगत

सुगम = सुलभ ,सोपा ,सुकर

सुंदर = सुरेख , छान, देखणे

सैन्य = फौज , दल

संघ = गट , चमू , समूह

संशोधक = शास्त्रज्ञ

संदेश = निरोप

संकल्प = बेत , मनसुबा

स्वेद = घाम , घर्म

सूर्य = रवी , भास्कर , भानू , आदित्य ,दिनकर , दिनमणी , सविता , वासरमणी , मार्तंड , मित्र

संग्राम = युद्ध , समर , संगर , लढाई

सिंह = वनराज , केसरी , मृगेंद्र

स्त्री = महिला , वनिता , नारी , ललना , कामिनी

हताश = निराश

हरीण = मृग , सारंग , कुरंग

हत्ती = गज , कुंजर

हात = कर, हस्त ,पाणि

हिम = बर्फ

हिंमत = धैर्य , धाडस

हुशार = चतुर , चाणाक्ष

होडी = नाव , नौका , तर

क्षत = जखम , व्रण ,इजा

क्षमा  = माफी

क्षीण = अशक्त

क्षीर = दूध

क्षुधा = भूक

क्षेम = कल्याण

क्षोभ = क्रोध

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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